Thursday, 27 August 2020

राष्ट्रीय जल जीवन मिशन सेक्टर साझेदारों के साथ काम करेगा

माननीय प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में घोषणा यह की गई है कि जल जीवन मिशन (जेजेएम) को राज्यों/केंद्र शासित प्रदेश की सरकारों के साथ साझेदारी में लागू किया जा रहा है। इस मिशन का उद्देश्य 2024 तक देश के प्रत्येक ग्रामीण परिवार को घरेलू नल कनेक्शन उपलब्ध करना है। जेजेएम एक समयबद्ध, मिशन-मोड कार्यक्रम है जो घरेलू स्तर पर सेवा वितरण करने पर केंद्रित है, अर्थात पर्याप्त मात्रा और निर्धारित गुणवत्ता में नियमित रूप से और दीर्घकालिक आधार पर जल की आपूर्ति करना। इस मिशन का उद्देश्य चुनौतियों को समग्र रूप से संबोधित करना है, अर्थात् पानी के स्रोतों की कमी में सुधार लाना, पानी की गुणवत्ता में वृद्धि करना, गाँव की बुनियादी सुविधाओं की कमी को समाप्त करना, खराब संचालन और रखरखाव में सुधार लाना, संसाधन दक्षता में कमी को समाप्त करना और विभिन्न क्षेत्रों की तरफ से पानी की माँगों की पूर्ति करना आदि।

जल जीवन मिशन का लक्ष्य है कि वह लोगों के घरों में पीने का पानी सुनिश्चित करते हुए लोगों के जीवन को बेहतर बनाए। यह मिशन सिर्फ भौतिक अवसंरचनाओं का निर्माण करने के संदर्भ में नहीं है बल्कि जेजेएम का सुचारू रूप से कार्यान्वित करने के लिए विभिन्न संगठनों के साथ साझेदारी भी करना है।

इस प्रकार, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग (डीडीडब्ल्यूएस),जल शक्ति मंत्रालय ने मिशन के 'सेक्टर सहयोगी' के रूप में संस्थानों, ट्रस्टों, गैर सरकारी संगठनों, सामुदायिक आधारित संगठनों (सीबीओ), वीओ आदि की ओर से मिशन के साथ मिलकर काम करने के लिए दिलचस्पी दिखाने की मांग करता है। इस मिशन के साथ जल,साफ-सफाई और स्वच्छता, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, सामुदायिक जुड़ाव, क्षमता निर्माण, जागरूकता सृजन, शिक्षा, स्वास्थ्य, जनजातीय विकास, लिंग और समानता आदि जैसे क्षेत्रों में सक्रिय रूप से काम करने वाले संगठनों और व्यापक आउटरीच और प्रभाव रखने वाले संस्थानों का सक्रिय रूप से जुड़ने की उम्मीद है। इस मिशन के लिए इच्छुक एजेंसियों को अपनी दावेदारी पर विचार करने के लिए 16-09-2020 तक अपने आवेदनों को ऑनलाइन जमा करना होगा। विवरण https://jalshakti-ddws.gov.in/ पर उपलब्ध हैं।

सेक्टर सहयोगी मिशन के व्यापक क्षेत्रों में काम करके मिशन/राज्यों को सहायता प्रदान करेंगें, जिसमें कार्यान्वयन सहायता एजेंसियों का चयन, राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन के साथ साझेदारी करना, अकादमिक संस्थानों, गैर-सरकारी संगठनों, नागरिक समाज को एक साथ लाना और जल की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के साथ-साथ जल स्रोतों की दीर्घकालिक स्थिरता को सुनिश्चित करने के लिए राज्यों को उचित ओएंडएम तंत्र अपनाने में सहायता प्रदान करना शामिल है। इसके अलावा, सेक्टर सहयोगियों के काम के दायरे में, विभिन्न हितधारकों के बीच क्षमता निर्माण करने में सहायता प्रदान करना भी शामिल होगा; प्रतिकृति के लिए सामुदायिक जुड़ाव में सफल मॉडलों की पहचान, सामाजिक समावेश को समझने के लिए क्षेत्रिय भ्रमण, जेजेएम के अंतर्गत सोशल ऑडिट/मॉनिटरिंग आदि भी शामिल हैं।

कई ऐसे संगठन और व्यक्ति हैं जो कि पानी के क्षेत्र में पहले से ही काम कर रहे हैं और उन्होंने जल जीवन मिशन में भागीदार बनने के लिए वास्तविक रूप से रुचि दिखाई है। इस प्रकार, क्षेत्रिय भागीदारों को शामिल करने के साथ, जेजेएम का उद्देश्य स्वैच्छिक संगठनों (वीओ), गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ), सामाजिक सेवा और चैरिटी संगठनों और पेयजल क्षेत्र में काम करने वाले पेशेवरों को शामिल करके, स्थानीय समुदाय की विशाल क्षमता का दोहन करना है, जो मिशन के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए समुदायों की क्षमताओं को जुटाने और बढ़ाने की दिशा में काम करने के लिए इच्छुक हैं।

इस मिशन का उद्देश्य ग्राम पंचायत और/या इसकी उप-समिति अर्थात ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति (वीडब्लूएससी)/ पानी समिति के लिए प्रबंधन, तकनीकी और वित्तीय पहलुओं पर क्षमता निर्माण करना है जिससे वे गांव में जल आपूर्ति अवसंरचना योजना, प्रबंधन, कार्यान्वयन, संचालन और रखरखाव का काम कर सकें। समुदायों को फील्ड टेस्ट किट (एफटीके) के माध्यम से गुणवत्ता परीक्षण के लिए प्रत्येक गांव में पांच व्यक्तियों, महिलाओं को प्राथमिकता, को प्रशिक्षण प्रदान करते हुए आपूर्ति किए गए पानी की गुणवत्ता की निगरानी करने में भी सक्षम बनाना है। इन गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए, ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने वाले संगठनों की भूमिका विशेष रूप से समुदाय को एकत्रित करने के साथ-साथ उनकी सहायता करने में बहुत ही महत्वपूर्ण होगी।

इस जीवन परिवर्तन मिशन की सफलता के लिए यह आवश्यक है कि स्वैच्छिक और दान प्राप्त संगठनों सहित सरकारी और निजी/कारपोरेट क्षेत्र, कुशल आउटपुट प्राप्त करने के लिए तालमेल विकसित करने के लिए एक साथ हाथ मिलाएं। पानी को हर किसी का विषय बनाने के लिए, यह मिशन सभी के लिए पेयजल सुरक्षा उपलब्ध कराने का काम करने के लिए, विभिन्न हितधारकों के साथ मिलकर साझेदारी का निर्माण करने और उस दिशा में काम करने की कोशिश करता है।

सौजन्य से: pib.gov.in

No comments:

Extension of Emergency Credit Line Guarantee Scheme through ECLGS 2.0 for the 26 sectors identified by the Kamath Committee and the healthcare sector

Extension of the duration of Emergency Credit Line Guarantee Scheme (ECLGS) 1.0 The Government has extended Emergency Credit Line Guarantee ...