Friday, 24 April 2020

डॉ. जितेंद्र सिंह ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कोविड-19 से लड़ने में जम्मू एवं कश्मीर की तैयारी की समीक्षा की

केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं प्रधानमंत्री कार्यालय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कोविड-19 वायरस से लड़ने में जम्मू एवं कश्मीर की तैयारी की समीक्षा की। यह समीक्षा जम्मू एवं कश्मीर यूटी के वरिष्ठ अधिकारियों, सरकारी चिकित्सा संस्थानों एवं महाविद्यालयों के प्रमुखों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई।

राज्य मंत्री ने यूटी के चिकित्सा से जुड़े लोगों , खासकर, जूनियर रेसीडेंट डाॅक्टरों एवं चिकित्सा अधिकारियों की सराहना की जो कोरोना वायरस से प्रभावी तरीके से लड़ने में रोगियों के साथ प्रत्यक्ष संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि भारत कोविड-19 से लड़ने में विश्व के अग्रिम पंक्ति के देशों में एक है। उन्होंने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर महामारी से लड़ने में केरल की तरह ही अच्छा साबित हुआ है। डाॅ जितेंद्र सिंह ने कोविड-19 से लड़ने में आरोग्य सेतु ऐप के उपयोग पर भी फिर से जोर दिया। डाॅ जितेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की सुरक्षा के लिए बहुत चिंतित है और इसी वजह से स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की सुरक्षा के लिए अध्यादेश कार्यान्वित किया गया हे। मानकीकृत पीपीई किट एवं अन्य उपकरणों की उपलब्धता के संवर्धन के लिए यूटी के आग्रह पर मंत्री ने कहा कि यूटी को कोरोना वायरस के लिए पीपीई एवं टेस्टिंग किट की नियमित आपूर्ति होती रहेगी।

यूटी की तैयारी पर एक प्रस्तुति देते हुए स्वास्थ्य विभाग के वित्तीय आयुक्त अटल डुल्लो ने जानकारी दी कि अभी तक यूटी में कुल 434 पोजिटिव मामले रहे हैं। इनमें से 57 जम्मू से हैं जबकि 377 कश्मीर से हैं। माननीय मंत्री को सूचित किया गया कि जम्मू एवं कश्मीर प्रति मिलियन आबादी 818 व्यक्तियों की जांच कर रहा है। कश्मीर में लगभग 80 जोन एवं जम्मू में 15 जोन को नियंत्रण जोन घोषित किया गया है। श्री डुल्लो ने कहा कि सभी वर्गों के मामलों से निपटने के लिए यूटी में समर्पित अस्पतालों की स्थापना की गई है। यूटी ने 126 सेवानिवृत्त चिकित्सकों की फिर से नियुक्ति की है और अस्पतालों में डि-कंटामिनेशन टनलों की स्थापना की जा रही है और वाॅक इन सैंपल कलेक्शन बूथों का निर्माण किया गया है। सभी अग्रिम पंक्ति कार्मिकों को मास्क एवं सेफ्टी किट उपलब्ध कराये गए हैं।

माननीय मंत्री को सूचित किया गया कि धार्मिक नेताओं के साथ बैठकें की गई हैं और लोगों से सहयोग करने एवं घरों से नमाज पढ़नेे की अपील के वीडियो सर्कुलेट किए जा रहे हैं। अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों एवं लोगों को उनकी प्रतिरक्षी क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष दवाएं एवं औषधियां वितरित की जा रही हैं।
 
सौजन्य से: pib.gov.in

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