Wednesday, 22 April 2020

कोविड-19 से लड़ाई में फरीदाबाद जिला प्रशासन ने कई कदम उठाए; निगरानी और जागरूकता फैलाने में तकनीक का किया उपयोग

फरीदाबाद जिला प्रशासन ने कोविड-19 से लड़ाई में निम्नलिखित पहल की हैं :

खाद्य वितरण कार्ययोजना

देशव्यापी लॉकडाउन के चलते कई शहरी गरीबों और निम्न आय वाले परिवारों को धन की तंगी के कारण खाद्य पदार्थ खरीदने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और उन्हें ऐसे हालात में फौरी राहत की जरूरत है। इन जरूरतमंद परिवारों में से ज्यादातर अपनी रोजाना आय के आधार पर अपनी आजीविका चलाते थे। दिहाड़ी आमदनी बंद होने के कारण वे अपने लिए भोजन का व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं। इन तथ्यों को ध्यान में रखते हुए स्थानीय सिविक सोसायटी यानी गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) नगर निगम फरीदाबाद के सभी 40 वार्डों से जुड़ जुकी हैं। इन एनजीओ के अलावा वार्ड काउंसिलर और स्वयंसेवक भी इन लोगों को खाद्य पदार्थों के वितरण में जिला प्रशासन की सहायता कर रहे हैं।

प्रशासक एचएसवीपी, फरीदाबाद इस कार्ययोजना के लिए नोडल अधिकारी हैं और उन्हें एस्टेट अधिकारी एचएसवीपी तथा अन्य कर्मचारियों द्वारा सहायता दी जा रही है। एसडीएम फरीदाबाद कार पास और पहचान पत्रों आदि जारी करके सहायता उपलब्ध कराते हैं। सिविक सोसायटी, अर्ध सरकारी और गैर सरकारी संगठनों से मिले अंशदान, सीएसआर कोष, रेड क्रॉस, आपदा प्रबंधन कोष, नगर निगम कोष, मध्याह्न भोजन योजना में उपलब्ध खाद्य पदार्थों, आंगनवाड़ी राशन, पीडीएस और अन्य सरकारी योजनाओं के माध्यम से मिली धनराशि और अन्य संसाधनों का प्रबंधन किया गया है।

पका खाना और राशन के पैकेट तैयार किए गए हैं और जरूरतमंद लोगों को घर पर वितरित किए जा रहे हैं, जो एक परिवार के लिए एक सप्ताह तक के लिए पर्याप्त होते हैं।

नियंत्रण कक्ष: एसडीएम फरीदाबाद कोविड नियंत्रण कक्ष के प्रभारी हैं, जहां ऑपरेटर्स को प्रशिक्षणदिया जाता है और जानकारियों का संकलन सुनिश्चित किया जाता है; डीपीआरओ, फरीदाबाद इस खाद्य वितरण गतिविधि के लिए मोबाइल फोन के माध्यम से वार्ड नोडल अधिकारियों या स्वयंसेवकों के लिए जरूरी दस्तावेज की व्यवस्था करते हैं, जो सामग्री का वितरण करते हैं और इस क्रम में डिजिटल प्रारूप में वार्ड के अनुसार फोटो जमा किए जाते हैं। खाद्य पदार्थों के वितरण के दौरान सामाजिक दूरी का पालन किया जाता है।

कोविड-19 के दौरान राशन के भंडारण और तैयारी की योजना

फरीदाबाद जिला प्रशासन ने जिले में हर उम्र के नागरिकों के लिए खाने की जरूरत पूरी करने की योजना बनाई है। डीएफएससी, डीएम-हाफेड, रेड क्रॉस सोसायटी, एसडीएम फरीदाबाद के साथ परामर्श में नोडल अधिकारी के मार्गदर्शन में एक योजना पर काम किया गया था। सभी सरकारी एजेंसियों से मुश्किल में फंसे प्रवासी कामगारों/ असंगठित क्षेत्र के मजदूरों/ लोगों का ब्यौरा इकट्ठा किया जा रहा है। 14,000 परिवारों (हर परिवार मे लगभग पांच सदस्य हैं) और 50 प्रतिशत अतिरिक्त भंडार की जरूरत को देखते हुए संबंधित अवधि में 21,000 परिवारों के लिए सरकारी सहायता का अनुमान लगाया गया है।

जिला प्रशासन ने इस उद्देश्य के लिए सेक्टर 12, फरीदाबाद में हाल में निर्मित इंडोर स्टेडियम को चुना है। एमसीएफ, एचएसवीपी, रेड क्रॉस सोसायटी, जिला सैनिक बोर्ड, अग्निशमन, पुलिस, हरियाणा रोडवेज सहित सभी विभागों के अधिकारियों के एक दल के साथ जिला प्रशासन के एक अधिकारी को इसका प्रभारी नियुक्त किया गया है।

राशन की खरीद: अग्रणी भूमिका में रेड क्रॉस सोसायटी के साथ ही जिला प्रशासन से योगदान देने और पूरी तरह शुष्क राशन के 21,000 पैकेट तैयार करने का लक्ष्य हासिल करने का आग्रह किया गया है। अधिकारियों ने बल्लभगढ़ (फरीदाबाद), होडल, जिला पलवल में आपूर्ति के दो स्रोतों की पहचान की है, जिसकी क्षमता शुष्क राशन के 20,000 पैकेट की आपूर्ति करने की है।

निगरानी और पर्यवेक्षण के लिए तकनीक का उपयोग
लॉकडाउन के हालात बनाए रखने के लिए पुलिस कर्मचारियों द्वारा फरीदाबाद स्मार्ट सिटी आईसीसीसी के माध्यम से 24x7 फरीदाबाद शहर की निगरानी की जा रही है।
यातायात पुलिस द्वारा आईसीसीसी एडाप्टिव ट्रैफिक लाइट्स पर भी निगरानी की जा रही है। किसी चिकित्सा जरूरत/आपात स्थिति में एम्बुलेंसों को आईसीसीसी के माध्यम से ट्रैफिक लाइट्स कॉरिडोर से गुजरने परबिना रुके जाने की अनुमति दे दी गई है।

जागरूकता के प्रसार के लिए तकनीक का उपयोग
पुलिस कर्मचारी नागरिकों के बीच कोविड 19 सुरक्षा मार्गदर्शन के प्रति जागरूकता के प्रसार के लिए स्मार्टसिटी आईसीसीसी नियंत्रण केन्द्र से सार्वजनिक संबोधन प्रणाली (पीए) का उपयोग कर रहे हैं।
कोविड 19 के प्रति जागरूकता के प्रसार के लिए वैरिएबिल मेसेज साइन (वीएमएस) बोर्ड का उपयोग करके सरकारी संदेशों का प्रदर्शन किया जा रहा है।
फरीदाबाद स्मार्ट सिटी ऐसे मुश्किल भरे हालात में जागरूकता, डिजिटल हेल्प डेस्क जानकारियों और सकारात्मकता फैलाने के लिए वाट्सऐप जैसे डिजिटल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करता है।
घर में बने मास्क के संबंध में परामर्श देने के लिए भी इस प्लेटफॉर्म का उपयोग किया जाता है, जिससे फरीदाबाद के नागरिक घर में बनाने की प्रक्रिया को जान लें और खुद ही मास्क तैयार कर सकें। इस अभियान के माध्यम से फरीदाबाद के 5 लाख नागरिकों तक संदेश पहुंचाए जा सके हैं।
फेसबुक, ट्विटर के माध्यम से सोशल मीडिया अभियान चलाकर नागरिकों की सहायता के लिए सुरक्षा जागरूकता, विभिन्न सरकारी परामर्श और हेल्प डेस्क जानकारियों का प्रसार किया जा रहा है।

सौजन्य से: pib.gov.in

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