Monday, 23 December 2019

वित्‍त मंत्री ने जल एवं स्‍वच्‍छता सेक्‍टरों के प्रतिनिधियों के साथ बजट-पूर्व सला‍ह-मशविरा किया

केन्‍द्रीय वित्‍त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने आगामी आम बजट 2020-21 के संबंध में जल एवं स्‍वच्‍छता सेक्‍टरों के प्रमुख प्रतिनिधियों के साथ आज नई दिल्‍ली में अपनी 9वीं बजट-पूर्व सलाह-मशविरा बैठक की।

इस बैठक में वित्‍त एवं कॉरपोरेट कार्य राज्‍य मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर, आर्थिक कार्य विभाग में सचिव श्री अतानु चक्रबर्ती, राजस्‍व सचिव श्री अजय भूषण पांडेय, डीआईपीएएम में सचिव श्री तुहिन कांता पांडेय, पेयजल एवं स्‍वच्‍छता विभाग में सचिव श्री परमेश्‍वरन अय्यर, ग्रामीण विकास मंत्रालय में सचिव श्री अमरजीत सिन्‍हा, नीति आयोग के सदस्‍य श्री वी.के.पॉल, सीबीडीटी के अध्‍यक्ष श्री प्रमोद चंद्र मोदी, मुख्‍य आर्थिक सलाहकार डॉ.के.वी.सुब्रमण्‍यन और वित्‍त मंत्रालय के अन्‍य वरिष्‍ठ अधिकारियों ने भी शिरकत की। 

इस बैठक के दौरान देश में बेहतर जल मुहैया कराने, स्‍वच्‍छता, ठोस अपशिष्‍ट के प्रबंधन और जल निकासी से जुड़ी चुनौतियों पर चर्चाएं की गईं। विशेषज्ञों ने स्‍वच्‍छता एवं बेहतर जल तक पहुंच में विषमता हटाने पर भी जोर दिया। विशेषज्ञों ने यह राय व्‍यक्‍त की कि जल सुरक्षा एवं स्‍वास्‍थ्‍य से जुड़े मुद्दों के टिकाऊ समाधान प्रदान करने के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में स्‍वच्‍छता एवं साफ-सफाई बढ़ाने की जरूरत है। जल एवं स्‍वच्‍छता सेक्‍टरों के प्रतिनिधियों ने वित्‍त मंत्री को जमीनी सच्‍चाइयों से भी अवगत कराया और वर्तमान चुनौतियों से निपटने के लिए अनेक सुझाव दिये। इस दौरान सेप्टिक टैंकों के रखरखाव; जल प्रबंधन प्रणाली के विकेन्‍द्रीकरण; जल संरक्षण पर फोकस; जल, स्‍वच्‍छता एवं साफ-सफाई (वॉश) कार्यक्रम के प्रभावकारी ढंग से कार्यान्‍वयन के लिए विशिष्‍ट तरीका (बॉटम्‍स अप अप्रोच) अपनाने; जल आवंटन के लिए मांग संबंधी प्रबंधन; शहरी क्षेत्रों में सामुदायिक जल प्रबंधन कार्यक्रम; व्‍यवहार में बदलाव लाने से जुड़े संचार पर फोकस; क्षेत्रवार विशिष्‍ट प्रथाओं/मॉडल; स्‍वच्‍छता कामगारों के संयोजन; पर्यावरण अनुकूल सीवेज प्रबंधन, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों बनाम प्रमुख सेवाओं में सेवा मानकों के मापन; अपशिष्‍ट जल के शोधन एवं रिसाइक्लिंग को प्रोत्‍साहन देने; भूजल स्‍थलों के पुनर्भरण के लिए क्षमता बढ़ाने; स्‍वास्‍थ्‍य, जल एवं स्‍वच्‍छता के जरिये महिला सशक्तिकरण पर फोकस इत्‍यादि से जुड़े मुद्दों के बारे में सुझाव दिये गये।

इस बैठक के प्रमुख प्रतिभागियों में ये शामिल थे: श्री अरुमुगम पिल्लई कालीमुथु, मैनेजिंग ट्रस्‍टी, वाटर, सैनिटेशन एंड हाइजीन (वॉश) इंस्‍टीट्यूट; श्री बिन चाको, प्रबंधक, सरकारी संबंध, वर्ल्ड विजन इंडिया; सुश्री ज्योति शर्मा, प्रेसीडेंट, फोर्स; श्री मनोज रामचंद्र सैबल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जागार एंटरप्राइजेज; श्री शाओनली चक्रबर्ती, स्वास्ति‍, (जल, स्वच्छता एवं साफ-सफाई); श्री वी.के. माधवन, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, वाटर एड इंडिया; सुश्री सजीव एस. झा, कार्यक्रम प्रबंधक, भारत स्वच्छता गठबंधन, फिक्की; श्री अविनाश सप्रू, एक्शन एड; श्री असादुल्लाह, कार्यक्रम निदेशक सीबीजीए; श्री चंद्रकांत लहारिया, डब्ल्यूएचओ इंडिया का प्रतिनिधित्व करने वाले राष्ट्रीय प्रोफेशनल अधिकारी (स्वास्थ्य सेवा, पहुंच और संरक्षण) और श्री निकोलस ओस्बर्ट, प्रमुख, जल, स्वच्छता और साफ-सफाई अनुभाग, यूनिसेफ।

सौजन्य से: pib.gov.in

No comments:

Extension of Emergency Credit Line Guarantee Scheme through ECLGS 2.0 for the 26 sectors identified by the Kamath Committee and the healthcare sector

Extension of the duration of Emergency Credit Line Guarantee Scheme (ECLGS) 1.0 The Government has extended Emergency Credit Line Guarantee ...