महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर खादी ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने अगरतला में गरीब तबकों को सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से 100 किसानों को 1000 बी-बॉक्स, 100 बर्तन बनाने वालों को 100 पॉटरी व्हील और 100 चमड़े के कारीगरों को 100 लेदर किट प्रदान किए। इस कार्यक्रम में त्रिपुरा के मुख्यमंत्री श्री विप्लव कुमार देव मुख्य अतिथि थे। कार्यक्रम में केवीआईसी के चेयरमैन श्री वी.के.सक्सेना भी उपस्थित थे।
केवीआईसी के प्रयासों के बारे में मुख्यमंत्री श्री विप्लव देव ने कहा कि इस बड़े उपकरण वितरण व क्षमता निर्माण कार्यक्रम से लोगों को आजीविका कमाने में मदद मिलेगी और 700 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। हनी मिशन, चमड़े के कारीगरों के सशक्तिकरण तथा कुम्हार सशक्तिकरण मिशन जैसे कार्यक्रमों से लोगों में आत्मविश्वास बढ़ेगा और समाज के गरीब तबकों को सशक्त बनाने में सहायता मिलेगी। यह अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने का प्रयास है और इससे उन्हें एक सम्मानित जीवन जीने में मदद मिलेगी।
श्री सक्सेना ने कहा कि प्रधानमंत्री के विज़न के अनुरूप हमारा प्रयास ग्रामीण किसानों और अन्य कारीगरों को आजीविका के अवसर तथा आय के वैकल्पिक स्रोत प्रदान करना है। ऐसा नहीं होने पर लोग बड़े शहरों में पलायन कर जाते हैं और वहां मजदूरी करते हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण कारीगरों को सशक्त बनाना और उन्हें मधुमक्खी पालन, बर्तन निर्माण, चमड़े के सामान बनाने के लिए आवश्यक आत्मविश्वास प्रदान करना है। इससे उनका जीवन स्तर भी बेहतर होगा। त्रिपुरा में मधुमक्खी पालन और बर्तन निर्माण की आपार क्षमता है क्योंकि राज्य में बड़े पैमाने पर रबड़ के पेड़ लगाए जाते हैं और घरों में पारंपरिक टेराकोटा उत्पादों का उपयोग होता है।
कार्यक्रम में अगरतला के निकटवर्ती जिलों के बड़ी संख्या में कारीगर मौजूद थे। उपकरण वितरण की 20 प्रतिशत लाभार्थी महिलाएं हैं। कुल लाभार्थियों का 80 प्रतिशत कमजोर तबकों से संबंधित हैं।
सौजन्य से: pib.gov.in
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