वित्तीय क्षेत्र पर गोलमेज बैठक
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज (24.09.2015) वित्तीय क्षेत्र के वरिष्ठ अमरीकी मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) के साथ गोलमेज बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक में जे पी मोरगन के चेयरमैन, सीईओ और अध्यक्ष श्री जैमी डीमोन, ब्लैक स्टोन के चेयरमैन, सीईओ और सह-संस्थापक श्री स्टीव श्वार्जमैन, वारबर्ग पिंकस के को-सीईओ चार्ल्स काए, के.के.आर के को-चेयरमैन और को-सीईओ श्री हेनरी क्रेविस, जनरल अटलांटिक के सीईओ बिल फोर्ड, एआईजी इंश्योरेंस के अध्यक्ष और सीईओ श्री पीटर हैंगकॉक, टाइगर ग्लोबल के सह-संस्थापक और प्रबंधकीय साझेदार चेज कोलमैन तथा न्यूयॉर्क स्टेट कॉमन रिटायरमेंट फंड के मुख्य निवेश अधिकारी श्री विक्की फूलर उपस्थित थे।
मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने प्रधानमंत्री द्वारा भारत में व्यवसाय करने में सुगमता लाने के लिए उठाए गए कदमों और बुनियादी ढांचा विकास तथा डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने सहित विभिन्न पहलों की सराहना की। मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने भारतीय स्टार्ट अप क्षेत्र में रूचि दिखाई और उद्यमिता उद्यम तथा नवीन शुरूआतों में निवेश करने की मंशा जाहिर की। मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने भारत में निवेश के बारे में कर निर्धारण और नौकरशाही की कुछ समस्याओं के बारे में बताया।
भारत के विभिन्न क्षेत्रों में निवेश बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री ने अपने ‘’स्टार्ट अप इंडिया, स्टेंड अप इंडिया’’ की परिकल्पना रखी। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के साथ ही वे निजी शुरूआत और उद्यमिता पर जोर दे रहे हैं, जिसका उल्लेख वे‘’व्यक्तिगत क्षेत्र’’ के रूप में करते हैं। उन्होंने कहा कि स्टार्ट अप और नवाचार, सूचना तकनीकी क्रांति के केन्द्र रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने संतोष व्यक्त किया कि गोलमेज बैठक में सभी मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने न केवल भारत की संभावनाओं के बारे में बात की, बल्कि उनमें विश्वास भी जताया। उन्होंने पाया कि अधिकारियों ने अपनी चिंताओं को स्पष्ट रूप से रखा।
प्रधानमंत्री ने पिछले 15 महीनों में हुई आर्थिक प्रगति को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि इस अवधि में भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश काफी बढ़ा है, जो विश्वभर में देखे जा रहे रूख के विपरीत है और इससे पता चलता है कि निवेशकों का भारत में विश्वास बढ़ा है।
मीडिया, प्रौद्योगिकी और संचार पर गोलमेल बैठक – भारत की वृद्धि
प्रधानमंत्री ने मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र के सर्वोच्च अमरीकी मुख्य कार्यकारी अधिकारियों की गोलमेज बैठक की अध्यक्षता की।
इस बैठक में न्यूज कारपोरेशन और 21 सेंचुरी फॉक्स के एक्जक्यूटिव चेयरमैन श्री रूपर्ट मर्डोक, 21 सेंचुरी फॉक्स के सीईओ श्री जेम्स मर्डोक, न्यूज कारपोरेशन के सीईओ श्री रॉबर्ट थॉमसन, स्टार इंडिया के सीईओ श्री उदय शंकर, डिस्कवरी कम्युनिकेशन्स के अध्यक्ष और सीईओ श्री डेविड जासलेव, सोनी इंटरनेंटमेंट के सीईओ श्री माइकल लिंटन, इंटर पब्लिक ग्रुप ऑफ कंपनिज के सीईओ श्री माइकल रोथ, वाईस मीडिया के सीईओ श्री शेन स्मिथ, डब्ल्यूपीपी के सीईओ श्री मार्टिन सोरेल, टाइम वारनर के सीईओ श्री जेफ ब्यूकेस, ए एंड ई नेटवर्क्स की सीईओ नेंसी डुबुक, विसी इंडस्ट्रीज के चेयरमैन श्री एंथोनी प्रेट, रूट वन इंवेस्टमेंट कंपनी के श्री विलियम डुहामेल और वेल्यू एक्ट कैपिटल के सीईओ श्री जेफ उबैन शामिल थे।
मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने प्रधानमंत्री के ऊर्जावान और गतिशील नेतृत्व की सराहना की और भारत के भविष्य के बारे में आशावादी दृष्टिकोण व्यक्त किया। मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशेष रूप से डिजिटल इंडिया पहल के जरिए भारत में चले रहे डिजिटल परिवर्तन के बारे में उत्साही थे। उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की वर्तमान मजबूत स्थिति से इस क्षेत्र में वृद्धि को गति मिली है।
मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने तेजी से टेलिविजन डिजिटीकरण करने और सेल्युलर (मोबाइल) बुनियादी ढांचा को मजबूत बनाने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री और मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने पाया कि हाल के दिनों में प्रौद्योगिकी और मीडिया में परिवर्तन से ज्ञान तेजी से आम लोगों तक पहुंचा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व अब प्रौद्योगिकी-चालित युग में है, जहां भौतिक बुनियादी ढांचे की प्रगति के समान ही डिजिटल बुनियादी ढांचे की प्रगति महत्वपूर्ण है। उन्होंने मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को सुझाव दिया कि भारत उनके लिए सबसे बड़ा अवसर और सबसे बड़ी चुनौती है तथा उन्होंने अपील की कि भारत में निवेश योजनाएं तैयार करते समय वे क्षेत्रीय भाषाओं को ध्यान में रखें। उन्होंने 600,000 गांवों को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी के जरिए जोड़ने की अपनी सरकार की परिकल्पना के बारे में बताया। उन्होंने मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से कहा कि वे 21वीं सदी के नागरिकों के बारे में सोचें कि उनके क्या मूल्य होंगे और क्या चुनौतियां होंगी। उन्होंने मानव संसाधन विकास में डिजिटल प्रौद्योगिकी की भूमिका के बारे में भी बात की। प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि जनतंत्र को और मजबूत बनाने तथा देश के विकास में डिजिटल प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका है।
द्विपक्षीय बैठकें
प्रधानमंत्री ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री सुश्री शेख हसीना से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने अपनी पिछली बैठक से अब तक द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने भूमि सीमा समझौते के कार्यान्वयन में प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की। मुलाकात के दौरान संपर्क और बुनियादी ढांचा, सतत विकास के लक्ष्यों तथा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और अन्य वैश्विक संगठनों में सुधार पर भी चर्चा हुई।
प्रधानमंत्री ने सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के प्रधानमंत्री डॉ. राल्फ गोंजाल्विस से भेंट की। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के समर्थन के लिए डॉ. गोंजाल्विस को धन्यवाद दिया।
प्रधानमंत्री ने गुयाना के राष्ट्रपति श्री डेविड ग्रेंगर से भी मुलाकात की। राष्ट्रपति ने गुयाना में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में क्षमता बढ़ाने के लिए भारतीय समर्थन की सराहना की।
श्री माइकल ब्लूमबर्ग से बातचीत
श्री माइकल ब्लूमबर्ग से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने स्मार्ट सिटी पहल में उनके समर्थन की सराहना की।
मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ चर्चा
प्रधानमंत्री ने विनिर्माण और बुनियादी ढांचा क्षेत्र के 42 अमरीकी मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से बातचीत की। कार्यकारी अधिकारियों ने प्रधानमंत्री की आर्थिक विकास की परिकल्पना और पिछले 15 महीनों में हुई तरक्की की सराहना की।
प्रधानमंत्री ने उम्मीद के मुताबिक, पारदर्शी और जवाबदेह प्रशासन के लिए अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया और स्मार्ट सिटीज पहलों के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया।
सौजन्य- pib.nic.in
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