‘भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा- एक दशक आगे’ विषय पर दो दिवसीय वेबिनार आयोजित करेगा
एनडीसी मित्र देशों के लिए अधिक सीटें आवंटित करेगी
अपने हीरक जयंती समारोह के तहत नेशनल डिफेंस कॉलेज (एनडीसी) ‘भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा- एक दशक आगे’ विषय पर 05-06 नवंबर 20 को दो दिवसीय वेबिनार का आयोजन करेगा। रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार और एनडीसी के कमांडेंट एयर मार्शल डी चौधरी ने आज नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में इसकी घोषणा की।
डॉ. अजय कुमार ने कहा कि एनडीसी दुनिया के उन अग्रणी संस्थानों में से एक है जो भारत और अन्य देशों के सशस्त्र बलों और सिविल सेवा के चुनिंदा वरिष्ठ अधिकारियों के बौद्धिक विकास और रणनीतिक प्रशिक्षण के लिए समर्पित है। पहला एनडीसी कोर्स 1960 में 21 प्रतिभागियों के साथ आयोजित किया गया था। हीरक जयंती वर्ष में एनडीसी के 100 प्रतिभागी, भारत से 75 और मित्र देशों से 25 हैं। उन्होंने कहा कि यह सशस्त्र बलों और सिविल सेवा दोनों में उच्च प्रबंधन के लिए सबसे प्रतिष्ठित कार्यक्रम है। एनडीसी कार्यक्रम में बहुत ही शानदार पूर्व छात्र रहे हैं। वर्तमान में सीडीएस, दो राज्यपाल, वर्तमान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, दो चुनाव आयुक्त, 30 सेवा प्रमुख और 74 विदेशी सेवा अधिकारी, 20 से अधिक राजदूत, 4 रक्षा सचिव, 5 विदेशी सचिव एनडीसी के पूर्व छात्र हैं।
कुछ विदेशी पूर्व छात्रों ने भी अपने देशों में महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है। विदेशी सशस्त्र बलों के 74 चीफ ऑफ स्टाफ हैं। उनमें से कुछ प्रमुख हैं:
1. महामहिम जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक, द किंग ऑफ भूटान
2. लेफ्टिनेंट जनरल हुसैन मुहम्मद इरशाद, पूर्व राष्ट्रपति, बांग्लादेश
3. लेफ्टिनेंट जनरल फ्रेडरिक विलियम क्वासी अकफू, पूर्व प्रमुख, घाना
दो दिवसीय वेबिनार का विषय "भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा- एक दशक आगे" है। माननीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह के मुख्य भाषण के साथ कल इसकी शुरुआत होगी। कुछ प्रमुख वक्ताओं में शामिल हैं:
श्री पीटर वर्गीस, चांसलर क्वींसलैंड विश्वविद्यालय
श्री सी राजमोहन, निदेशक, दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय
चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ
विदेश सचिव
द चीफ ऑफ आर्म्ड फोर्स
श्री रुद्र चौधरी, निदेशक, कार्नेगी इंडिया
डॉ. शामिका रवि, ब्रुकिंग्स इंडिया
रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार ने कहा कि एनडीसी अपनी तरह का दुनिया के सबसे अधिक मांग वाले नामों में से एक है। अन्य देशों से अधिक सीटों की निरंतर मांग को पूरा करने के लिए, रक्षा मंत्रालय ने 2021 में एनडीसी की क्षमता 100 से 110 और 2022 में 120 तक बढ़ाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा “हम मित्र देशों से अधिक सीटों की पेशकश करने में सक्षम होंगे जहां मांग बहुत बड़ी है। इस संबंध में आवश्यक बुनियादी ढाँचा बनाया जा रहा है। हम नेपाल, म्यांमार, बांग्लादेश के अलावा उज्बेकिस्तान, ताजिकिस्तान फिलीपिंस, इंडोनेशिया और मालदीव को अतिरिक्त सीटें देने जा रहे हैं।”
हीरक जयंती वर्ष मनाने के लिए भारत के महामहिम राष्ट्रपति ने एनडीसी में राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीति पर प्रेसिडेंट चेयर ऑफ एक्सीलेंस गठित करने की सहमति प्रदान की है। यह एनडीसी 2021 से चालू होगा। इस अवसर पर माननीय रक्षा मंत्री द्वारा "एनडीसी- एबोडे ऑफ स्ट्रैजिक एक्सीलेंस" नामक एनडीसी की एक ई-पुस्तक जारी की जाएगी।
एनडीसी के कमांडेंट एयर मार्शल डी चौधरी ने कहा कि कोविड-19 बाधाओं के बावजूद, एनडीसी ने अपना कार्यक्रम ऑनलाइन मार्च 2020 प्रभाव से जारी रखा है। यह उल्लेखनीय है कि पूरा पाठ्यक्रम, बिना पाठ्यक्रम को कम किए पूरा किया गया है।
सौजन्य से: pib.gov.in
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