रैली ने पिछले 16 दिनों में साबरमती आश्रम, गुजरात से नई दिल्ली में राजघाट तक पहुँचने के लिए लगभग 1000 किमी की दूरी तय की है
केंद्रीय युवा कार्य और खेल मंत्री श्री किरेन रिजिजू ने सीआरपीएफ दिव्यांग योद्धा साइकिल रैली का आज स्वागत किया। यह रैली गुजरात के साबरमती आश्रम से शुरू होकर गांधी जयंती के अवसर पर आज नई दिल्ली में राजपथ पर संपन्न हुई। आयोजन से पहले, श्री रिजिजू ने आज महात्मा गांधी की 151वीं जयंती पर नई दिल्ली में उनकी समाधि राजघाट पर पुष्पांजलि अर्पित की। सीआरपीएफ दिव्यांग योद्धा साइकिल रैली ने पिछले 16 दिनों में दिल्ली तक पहुँचने के लिए लगभग 1000 किलोमीटर की यात्रा तय की है। गुरुग्राम में सीआरपीएफ अकादमी से निडर योद्धाओं की रैली में सीआरपीएफ के महानिदेशक डॉ. ए.पी. माहेश्वरी, शामिल हुए, जिन्होंने गुरुग्राम से राजपथ तक यात्रा का नेतृत्व किया। इस अवसर पर सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय में विकलांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण विभाग की सचिव सुश्री शकुंतला डी. गैमलिन और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर बोलते हुए श्री रिजिजू ने कहा कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के आंतरिक सुरक्षा योद्धा सक्रिय रूप से कई संघर्ष क्षेत्रों में देश की सेवा कर रहे हैं। सीआरपीएफ के बहादुर जवानों ने राष्ट्र की सेवा में सर्वोच्च बलिदान दिया है। कई निर्भीक योद्धाओं ने अपनी सेवा के दौरान गंभीर दुर्घटनाओं में महत्वपूर्ण अंगों को खोया है।
श्री रिजिजू ने टीम के साहस और दृढ़ संकल्प की सराहना करते हुए कहा कि सीआरपीएफ ने देश भर में फिट इंडिया मूवमेंट में भी भाग लिया है। उन्होंने बल के व्यावसायिक कुशलता की भी सराहना की।
यहाँ पर इस बात का उल्लेख करना आवश्यक है कि प्रतिभागियों में शौर्य चक्र से सम्मानित सीआरपीएफ में सेकंड-इन-कमांड श्री आर.के. सिंह शामिल हैं, जिन्होंने झारखंड के लोहरदग्गा में एक ऑपरेशन में अपना पैर खो दिया था। 03/05/2012 को इस घटना में माओवादियों द्वारा 200 से अधिक आईईडी की श्रृंखला में विस्फोट किये थे। साइकिल रैली दल में सीआरपीएफ महिला बटालियन की 06 महिलाएँ भी शामिल थीं, जिन्होंने पूरी रैली में दृढ़ संकल्प और साहस का परिचय दिया है।
सौजन्य से: pib.gov.in
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