Monday 13 August 2018

Road connectivity key to national development: Vice President

Connectivity is an essential & important component in bridging the urban rural divide;

Politics of the country must reflect the aspirations of young;

Lays the foundation stone of four-laning of Adhelai- Nari section of NH-751

The Vice President of India, Shri M. Venkaiah Naidu has said that road connectivity is key to national development and added the connectivity has the potential to bring a positive change in lives of people living in remote corners of rural India. He was addressing the gathering during the foundation stone laying ceremony of four-laning of Adhelai - Nari section of NH-751, in Bhavnagar, Gujarat today. The Governor of Gujarat, Shri O.P. Kohli, the Chief Minister of Gujarat, Shri Vijay Rupani, the Deputy Chief Minister of Gujarat, Shri Nitinbhai Patel, the Minister of State for Road Transport and Highways, Shri Mansukh L Mandaviya and others dignitaries were present at the venue.

The Vice President said that infrastructure development is not only a condition of development of the country, but the criteria for development. It ensures social capacity and security, he added.

The Vice President said that connectivity is an essential and important component in bridging the urban rural divide and asked authorities to give equal priority to rural roads. They are crucial for all-round development of our country. National Highways symbolize social, economic and business unity of the country, he added.

Expressing concern over the incidents of road accidents, the Vice President said that road safety should be paramount and called for creation of medical infrastructure such as ambulances and first aid centres near highways to provide immediate assistance in case of emergency.

The Vice President called on youth of the country to take active part in the developmental process. He also stressed on the need to provide adequate support, infrastructure to youth to realise their potential. It is essential that the politics of the country reflect the aspirations of young people, he added.

On this occasion, the Vice President also released the book titled “My Journey in Parliament,” a compilation of questions raised in Parliament by Shri Mansukh L. Mandaviya.

Following is the text of Vice President's address in Hindi:

"माननीय राज्यपाल, श्री ओम प्रकाश कोहली जी,

माननीय मुख्यमंत्री, श्री विजय रुपाणी जी,

माननीय केन्द्रीय मंत्री, सड़क परिवहन, राजमार्ग, जहाजरानी, जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण, श्री नितिनगड़करी जी,

माननीय उपमुख्यमंत्री, श्री नितिनभाई पटेल जी,

माननीय कृषि राज्य मंत्री, श्री पुरुषोत्तम रूपाला जी,

माननीय सड़क परिवहन, राजमार्ग, जहाजरानी तथा रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री, श्री मनसुखभाई मांडविया जी,

माननीय शिक्षा, कानून एवं संसदीय कार्य मंत्री, श्री भूपेन्द्र सिंह चुडास्मा जी,

केन्द्र और राज्य की मंत्रिपरिषद के माननीय मंत्रीगण,

माननीय सांसद एवं विधायक गण

सचिव, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय,अध्यक्ष, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI)

उपस्थित अतिथिगण,

सम्मानीय देवियों, सज्जनों एवं मीडिया के मित्रों,

मित्रों,

आज इस शुभअवसर पर प्रदेशवासियों का अभिनंदन करता हूं और शुभकामनाएं देता हूं। आज ही महान वैज्ञानिकऔर देश के अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक डॉ. विक्रम साराभाई की जन्मजयंती भी है जिन्होंने देश के विकास को अंतरिक्षकी ऊंचाइयों तक पहुंचाने का स्वप्न देखा था। गुजरात के मेधावी उद्यमी निवासियों ने सदा ही देश के सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक उत्कर्ष का नेतृत्व किया है। आज राज्य के लगभग 18000 गांवों में बिजली की अबाध 24 घंटेआपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। अहमदाबाद, बडोदरा, सूरत, जामनगर, राजकोट, भावनगर देश के प्रमुख औद्योगिकविकास के केन्द्र के रूप में उभरे हैं। प्रदेश के 85% गाँव All weather roads से जुड़े हैं। इस infrastucture केविकास ने निवेश के नये अवसर खोले हैं जिससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार बढ़ रहा है।

मित्रों,

उन्नत infrastructure देश के विकास की शर्त ही नहीं बल्कि विकास का मापदंड है। Infrastructure सामाजिकसक्षमता और सुरक्षा की जरूरी शर्त है।

हाल ही में हमने देश के सभी गांवों तक विद्युतीकरण पहुंचाने में सफलता पायी है। गांवों को Optical fiber से जोड़ाजा रहा है जिससे गाँव संचार क्रांति में सम्मिलित हो सकें। सुगम यातायात और संचार infrastructure के महत्वपूर्णअंग हैं। सड़क और संचार संपर्क के साधन ही नहीं हैं बल्कि विकास के वाहक हैं। जिस प्रकार शरीर में मोटी, पतलीधमनियां रक्त को हर अंग तक पहुंचाती है जिससे शरीर का हर अंग स्वस्थ रहे, उसी प्रकार सड़कों का विन्यास जितनाविस्तृत और सघन होगा, विकास उतना ही सर्वस्पर्श होगा | अन्यथा दूरस्थ अंचल, विकास यात्रा में पिछड़ जायेंगे। जोराजनैतिक और सामाजिक संतुलन की दृष्टि से न्यायपूर्ण नहीं होगा।

राष्ट्रीय राजमार्गों का विस्तृत विन्यास देश की सामाजिक, आर्थिक और व्यापारिक एकता का प्रतीक है। यह माननीयअटल जी की दृष्टि थी कि उन्होंने स्वर्णिम चतुभुर्ज और उत्तर-दक्षिण एवं पूर्व-पश्चिम सड़क कारीडोर की योजना बनायी।आज इस नेशनल हाईवे डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत 28000 किलोमीटर लंबे 4 और 6 लेन के राजमार्ग हैं। मुझे ज्ञातहुआ है कि गत वर्ष 2017-18 में 27 किमी प्रतिदिन की दर से, 9800 किमी सड़कें बनाई गई थी। यह लक्ष्य 2018-2019 के लिए बढ़ा कर 16000 किमी कर दिया गया है। अर्थात् 45 किमी सड़क निर्माण प्रतिदिन। यह एकमहत्वाकांक्षी लक्ष्य है। मैं संबंद्ध अधिकारियों, इंजीनियरों और ऐजेंसी को भावी सफलता के लिए शुभकामनाएं देता हूं।

एक अनुमान के अनुसार 2020 तक सड़क निर्माण में लगी कंपनियों की वृद्धि दर 20% रहने की संभावना है। इस वृद्धिदर पर उत्पन्न होने वाले प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार अवसरों का अनुमान आप सहज ही लगा सकते हैं।

सरकार ने राजमार्गों को शहरों और औद्योगिक केन्द्रों से जोड़ने के लिए भारत माला योजना का शुभारंभ किया है। इसपरियोजना के तहत देश में 50 नये कोरिडोर बनाये जायेंगे, 550 जिलों को 4 लेन राष्ट्रीय राजमार्गों से जोड़ा जायेगा। देशका 70-80% माल यातायात राष्ट्रीय राजमार्गों से होगा।

इसी भारत माला परियोजना के अंतर्गत अधलाई से नारी तक राष्ट्रीय राजमार्ग 751 को 4 लेन करने की परियोजना काशिलान्यास करते हुए, मैं क्षेत्र के निवासियों का अभिनंदन करता हूं, उन्हें विकास की शुभकामनाएं देता हूं। मुझे बतायागया है कि इस परियोजना से अहमदाबाद और भावनगर जैसे दो महत्वपूर्ण शहरों के बीच संपर्क आसान हो जायेगा।इसके अतिरिक्त अहमदाबाद-ढ़ोलेरा के बीच नया राजमार्ग, Dholera Special Investment Region कोअहमदाबाद से जोड़ेगा। नि:संदेह यह राजमार्ग इस क्षेत्र के आर्थिक विकास को नई गति देगा और यहां के मेधावीउद्यमियों को लाभांवित करेगा।

मित्रों,

राजमार्गों की ही भांति ग्रामीण सड़कों का विस्तार किया जाना सर्वस्पर्शी विकास के लिए आवश्यक है। मुझे हर्ष है किवर्ष 2000 से जब प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का शुभारंभ हुआ था तबसे आज तक लगभग 5.57 लाख किलोमीटरग्रामीण सड़कों का निर्माण किया गया है। देश में लगभग 1.67 लाख आबादी clusters को चिन्हित किया गया है जहांसड़क संपर्क उपलब्ध नहीं है इसके लिए 3.71 लाख किलोमीटर सड़क निर्माण की आवश्यकता होगी। गतवर्ष 2017-18 में लगभग 48000 किमी ग्रामीण सड़कों का निर्माण कर 11500 आबादी clusters को सड़कों से जोड़ा गया। इसवर्ष 61000 किलोमीटर ग्रामीण सड़क निर्माण कर लगभग 20000 आबादी clusters को जोड़ने का लक्ष्य है। मुझेआशा है कि ये सड़कें सुदूर ग्रामीण अंचलों में विकास का प्रकाश पहुंचा सकेंगी।

मित्रों,

जब हम सड़क विन्यास के विस्तार की चर्चा करते हैं तो बढ़ती हुई सड़क दुर्घटनाऐं हमें चिंतित करती हैं। गत वर्षलगभग 1.5 लाख लोग सड़क दुर्घटनाओं का शिकार हुए। एक अनुमान के अनुसार सड़क दुर्घटनाओं से लगभग 3% GDP की हानि होती है। जब हम देश में राजमार्गों का विस्तार कर रहे हैं राजमार्गों को दुर्घटनाओं से निरापद बनाने परभी हमारी चिंता होनी चाहिए। राजमार्गों पर स्थान-स्थान पर त्वरित चिकित्सा सहायता की व्यवस्था होनी ही चाहिए। मुझेआशा है कि Motor Vehicles (Amendment) Bill, 2017 में प्रस्तावित प्रावधान, सड़क दुर्घटनाओं को कम करने मेंसहायक होंगे।

इस शुभअवसर पर केन्द्रीय सरकार में सड़क परिवहन, राजमार्ग, जहाजरानी तथा रसायन एवं उर्वरक मंत्रालयों मेंराज्यमंत्री तथा राज्य सभा के सांसद श्री मनसुख भाई मांडविया जी की सांसद के रूप में “संसद यात्रा” का लोकार्पणकरते हुये मुझे अत्यंत हर्ष हो रहा है।

मित्रों,

आज 12 अगस्त को विश्व युवा दिवस है। मनसुख भाई देश की युवा ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करते हैं। आज जब हम देशमें Demographic Dividend की चर्चा करते हैं तो आवश्यक है कि देश की राजनीति, युवा आकाक्षाओं को प्रतिबिंवितकरे। जिस देश की 65% आबादी 35 वर्ष से कम आयु की हो-उस देश की राजनीति को आकांक्षी युवाओं की अपेक्षा केअनुसार बदलना ही होगा।

भावनगर के मध्यम वर्गीय कृषक परिवार में जन्में, 2002 में मात्र 28 वर्ष की आयु में गुजरात राज्य के सबसे युवाविधायक बने। आपने शिक्षा, विशेषकर कन्या शिक्षा, के प्रचार, प्रसार के लिये 2005 और 2007 में व्यापक यात्राऐं की।“बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं और व्यसन हटाओ” अभियान का प्रसार किया। मनसुख भाई 2012 से राज्य सभा मेंगुजरात के प्रतिनिधि है। 2016 में केन्द्रीय मंत्रिपरिषद् में शामिल होने से पूर्व सांसद के रूप में राज्य सभा में गुजरातप्रदेश का बखूबी प्रतिनिधित्व किया।

इस पुस्तक के माध्यम से न केवल आपने सांसद के रूप में सदन में अपनी भूमिका से देश और प्रदेश के नागरिकों कोपरिचित करवाया है, बल्कि जनकल्याणकारी योजनाओं में संसद की कितनी महत्वपूर्ण भूमिका है उससे भी जनसामान्यको परिचित कराया है। मुझे आशा है कि पुस्तक के पाठक इस सूचना को उपयोगी पायेंगे और संसद के कार्यकलाप केप्रति उनकी धारणा बदलेगी।

मित्रों,

मनसुख भाई की पुस्तक से आपको ज्ञात होगा कि प्रत्येक संसदीय प्रश्न का उत्तर देने के लिये कितना प्रयास किया जाताहै ? कितना धन व्यय होता है। ऐसे में यदि संसदीय प्रक्रिया को बाधित कर दिया जाय तो कितना नुकसान होता है ?

मैं मानता हूँ कि यह संकलन हमारी सम-सामयिक राजनीति का महत्वपूर्ण दस्तावेज हैं। अपनी जनता को अपने कार्योंका ब्यौरा देना, किसी भी जनप्रतिनिधि का कर्तव्य है। इसके लिये मैं मनसुख भाई मांडविया जी को पुन: बधाई देता हूँ।

आपका संसदीय और राजनैतिक जीवन यशस्वी हो। इसी शुभकामना के साथ मैं मनसुख भाई की इस संसदीय यात्राका लोकार्पण करता हूँ।

जयहिंद।"

Courtesy: pib.nic.in

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